Abhishek Maurya

Abhishek Maurya

Saturday, July 24, 2010

Aaj rat mujhe ye jarur sikhla dena......(continue..)

तुझसे तेरी शिकायत जो मैंने कर दी,
तुमने मुझसे सरे नाते छोड़ दिए,
ये भी मुझको ठीक है,
लेकिन कौन सहेगा तेरे प्यार में इतना कुछ,
ये मुझको बतला देना,
आज रात को ये जरुर मुझको सिखला देना....



गलती हो जब भी तेरी,
वो गलती बना लू अपनी,
तुमसे बेवजह माफ़ी मंगू,
ये भी मुझकों ठीक है,
लेकिन कहाँ मिलेगा तुझे,
तेरी गलतियों को अपना बनाने वाला,
ये मुझको बतला देना,
आज रात को ये मुझको जरुर सिखला देना....



हैं बहुत दुःख  आज इस दिल को,
 प्यार करता है बेपनाह जिसको,
वाही तोड़ देता है बार-बार इसको,
ये मुझको ठीक है,
लेकिन कौन तुमसे बार-बार दिल तुद्वायेगा,
ये मुझको बतला देना,
आज रात को ये मुझको जरुर सिखला देना.....



तुझे बेपनाह प्यार किया है,
उठ-उठ के रातों में तुझे याद किया है,
फी भी तू नहीं समझी मुझको,
ये मुझको ठीक है,
लेकिन कौन करेगा तेरा इस कदर इन्तेजार,
ये मुझको बतला देना,
आज रात को ये मुझको जरुर सिखला देना....



सालों से तेरा इन्तेजार काया है,
हमेशा तुझे ही प्यार किए है,
फिर भी तुम कहती हो,
कि तुमने किया ही क्या है,
ये भी मुझको ठीक है,
लेकिन इतना इन्तेजार तेरा कौन करेगा,
ये मुझको बतला देना,
आज रात को ये मुझको जरुर सिखला देना....



इससे ज्यादा न किसी और ने,
तुमसे प्यार किया होगा,
न कोई कर पायेगा,
अगर कोई ऐसा मिल जाये,
तो मुझको बतला देना,
आज रात को ये मुझको जरुर सिखला देना....
(to be continued....)

1 comment:

  1. touched my heart :)
    kaun hai yaar jisake liye itana mast likha hai, bataya nahi tumane kabhi

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