Abhishek Maurya

Abhishek Maurya

Tuesday, July 24, 2012

Immortal Love.......

This blog is totally dedicated to my love, who never want to leave me, but know one thing that we will bot be lived together, these lines are told by her to me that our love will be immortal but what the things we want in our life is never be completed.....

उस हवा को पाने की कोशिश कभी मत कर,,,
जो तेरे घर की ओर कभी नहीं बह सकती।....

उस तसवीर  को बनाने की भी कोशिश तू क्यों करता है,,,
 जिनके रंगों की कमी ये दुनिया भी कभी भी पूरी नहीं कर सकती।...

तुझे उस अमरत्व को पाने की क्या जरुरत है,,,,
जिसको इस दुनिया में पाने की एक अल्म्बी होड़ लगी हुई।...

तुझे उन साँसों को महसूस करने की क्या प्यास है,,,,
जन साँसों के बिना भी हम यहाँ जी सकते है।....

उन अनजान राहों से तुमको गुजरने की क्या जरुरत,,,
जिन राहों के बिना भी तुम अपनी मंजिल तक पहुच सकते हो।.....

इस दुनिया में अब हमे रहने की क्या जरुरत है,,,
जब इस दुनिया में हमारे मिलन का कोई वक़्त नहीं।....

मत सोचो हमारे मिलन की कोई भी एक रात,,,
इस जनम में उसको पाने की खुदा ने इस जनम में कोई शय लिखी नहीं।...

मुहब्बत कर लिया है,,तनहा रह भी लेंगे आखरी वक़्त तक,,,
मरने के बाद जन्नत में मिलेंगे,,हाथ थामे हुए तब सबसे कहेंगे,,
की अब अलग कर के देखो,हम एक हो चुके है,,,
तब हम शाबित करेंगे की ये दुनिया हमारे लिए लायक नहीं।......

Love you.....someone,,.....

Monday, July 23, 2012

टुटा दिल भी कभी कुछ बयां करता है,
सुनोगे उसको तो वो भी अपनी कहानी कहता है,,
किस्से तो बहुत है प्यार के किताबो में पड़ने लायक,,
मगर पड़ने के बाद इसका दर्द असली पता चलता है।......

शायर हूँ मैं,,बहुत नामोशुराब का,,,
सब देख के ही मुझको बड़ा अच्छा लगता है,,,
जब सुनाता हूँ मैं अपनी लिखी हुई पंक्तियाँ तुमको शब्दों में उतार के,,,
समझे कोई,,या न समझे कोई,,मगर तालियों की गूँज में अबोशाराब दीखता है,,,
जब बैठी होती है तस्र्रीफ लगाये तुम मेरी महफ़िल में,,,
तब अपनी लेखनी में एक अलग मंद ग्रवित मिलता है।.....

तुमको चाहने और पाने में बहुत फर्क था लेकिन,,
इस बात को समझने में पूरी उम्र निकल गयी भी लेकिन,,
हाथों की लकीरों को समझा दिया है अगले जनम के लिए ,,
आना तो उसका नाम लेके आना मेरी किस्मत में,,,
वर्ना इन हाथों में तुम कोरे ही बन के आ जाना,,,
मुझको अपने कर्मो में घमंड नहीं है लेकिन,,
मगर तुझको पाने के लिए इन हाथों में भी तुमको रच दूंगा,
होंगी इतनी गहरी रेखाए वो मेरे हाथ में,,,
की खुदा भी सोचेगा की इश्क बनाके  उसने गलत किया।.....


Friday, July 20, 2012

सपने मेरे कुछ अधूरे से,,

सपने मेरे कुछ अधूरे से,,
और  कुछ पुरे से हो गए,,,,
चाहो तो एक दुआ मांग लूँ,,
नाराज न होना,,
अगर मैं आज तुझको मांग लूँ।...

सपने मेरे कुछ अधूरे से....

जिंदगी नहीं है मगर मेरी,
आंखिरी साँसों में,,
तुम्हारी एक बार महक मांग लूँ,,,,
बीते पलों को याद करके,,
तेरी एक मुस्कराहट मांग लूँ।....

सपने मेरे कुछ अधूरे से....

मुझे शिकायत है,,
अपने उस खुदा से,,,
की मेरी आँखों के सपने ,,
उसने किसी और के हाथों की लकीरों में क्यों बनाये,,,
इन हाथों की एक बार जरा सी जरुरत तो देखि होती,,
तो उसको मेरे ऊपर कुछ दया जरुर आई होती।....

सपने मेरे कुछ अधूरे से....

आखिरी साँसों में मुझे तो तुम्हारा साथ नहीं,,
तेरी तस्वीर अपने अश्कों में चाहिए,,,
मेरी तो बस चाहत बस साथ में बिताये गए वो पलों की है,,
जिसमे सिर्फ तेरी और मेरी ख़ामोशी की गूँज हो।....


सपने मेरे कुछ अधूरे से,,
और  कुछ पुरे से हो गए.......






Monday, July 16, 2012

तुम नहीं थे साथ कभी......


तुम नहीं थे साथ कभी,, न साथ हो आज अभी,,,
फिर क्यों ये दिल बहलाता है मुझको आज कहीं,,
ये धोका है तसवुर की एक तस्वीर का,,
फिर से हर बार तेरा ही चेहरा क्यों बार बार दिखता है...

मेरे आँगन की एक छाया थी तुम कभी,,
आज वही पे धुप की बेला बन गई हो तुम,,
धोका हुआ है ऐसे की,,मेरे लिए एक साया हो तुम,,
उस अग्न का भी एक महरूम कोमल रोया बन गई हो तुम।...

आज कशिश होती है किसी से स्पर्श से जब कभी,,
तो कोई बेह्रुमियों सा अपना सा एहसास होता है,,
है धोका,, ये जान के भी ख़ुशी का वो पल होता है,,
बिना शारीर मिले भी,,दूरियां न हो,,इसका अब एहसास होता है।...

है आँखों सी बद्री की एक घटा हो तुम,,
अब तो उन अश्रों में भी नाम सिर्फ तेरा होता है,,
है धोका,,फिर भी ये दर्द बड़ा अपना लगता है,,
प्यार किया है,,समझाया था किसी ने,,की मत पड़ना,
मगर तुझको पाके अब अमरत्व का एहसास अब एहसास होता है।...

मेरे हाथों की लकीरे रोज बदलती है,,
धुन्दता रहता हुईं उसमे कहीं न कहीं तेरा नाम लिखा होता है,,
खुदा से बस एक उम्मीद है,,,की मेरे हाथों की लकीरे में सिर्फ तेरा नाम हो,,
वर्ना इन हाथों की लकीरों का भी कोई फलसफा सा कोई नाम न हो।....

सब धोके है,,समय की विरासियत का,,
फिर भी क्यों ये तेरे ही नाम से आज जिन्दा रहते है।....

तुम नहीं थे साथ कभी,, न साथ हो आज अभी......

Sunday, July 8, 2012

मेरा प्यार।....

वो मुझसे दूर ,,है जैसे दिल से धड़कन,,,
वो मेरे पास है,,,जैसे नदियों से उसका किनारा,,,
हमारा प्यार है जैसे,,,कोई नदी की एक हो धरा,,,
जुदा भी है,,,पास भी है,,,फिर भी है,,,मोतियों की एक माला...

वो मेरी आँखों के सामने ,है,,जैसे हो मेरे अक्स का ही एक साया,,,
वो मेरे मुख में है,,जैसे हो मेरी ही शब्दों की एक माया,,,
राहों पे पथ है वो मेरा,,,जैसे मेरे ही लक्ष्य का एक काया,,,
अधूरे सपनो के पुरे होने की  एक मंगल छाया,,,,

जनम मरण की एक पहेली का एक अनोखी सी बाधा,,
प्यार बिन जीना हा,,,ये जीने बिन प्यार के,,,
ये एक अजीब सी है एक छोटी सी काधा ,,
मरने के बाद स्वर्ग मिलेगा या,,,इस दुनिया को स्वर्ग बनाना है,,,,
इस अजीब सी उलझन में ये एक कृष्ण की एक राधा है,,,,

विसंगतियों से भरी हुई,, संगतियों से छुपी हुई,,,
ये अजीब सी एक माया है,,,,
मिलोगे इस से तो एकसास होगा ,,
की ये सिर्फ एक अनोखा सा छल रूपी साया है,,,

इस दुनिया में बहुत से आईने देखें मैंने,,,
तेरे जैसा साचा अक्स न देख पाया मई,,,
खुद को पाया ,,शायद सचे ईमान से,,
शक्शियत जो थी मेरी,,,वो पूरी हुई,,,
तेरे दीदार को जब से मैंने अपना माना है।...

रोई हुई पलकों में अश्रों की एक झाला है,,,
उन अश्रों में भी तेरे ही अक्स के छाया है,,,
करीब आ जाओ,,,गले लग जाओ,,,
वर्ना दूसरा समंदर बनने में,,,
अब कोई भी नहीं दूसरी माया है।....

love you.....

Thursday, July 5, 2012

काश....

हम मिलेंगे किसी साहिल के छोड़ पर,,,
खुले आसमान के नए आवाम में,,
समंदर को न ख़तम होते हुए देखते--देखते,,,
अपने प्यार को याद करते-करते,,,
कुछ यादों के फलसफे बयाँ करते--करते,,,
एक दुसरे की बाहों में सिमटे हुए,,,
कहीं न कहीं से,,,हर समय साथ रहे,,,
उस समय ये एहसास हो ,जाए,,
की सिर्फ तुम मेरी हो और मैं तेरा हूँ,,
हम दोनों जीते है तो सिर्फ साथ में रहने के ,लिए,,

किसी से कुछ न ,पूछे कभी,,
साथ में चलते रहे मिलो दूर,,,
बेवजह प्यार ,करे,,
दूरियों को कोई निशाँ न हो,,,
इतने करीब हम हो,,,
मैं तेरा,,,ये तुम मेरे हो,,,
इसमें भी कोई संचय न हो,,,
राशी भी सोचे की ये किसकी भविष्य को बताये,,,
राहें भी हमारी एक जैसी हो,,,
जिस राह में चले,,,वो हमारे मिलन की ही एक रेखा हो,,,
भाव्यजाल में डूबे रहे,,,किसी से कुछ न पूछे,,,

जब हाथ हो मेरे तेरे हाथ में,,,
तो किसी चीज की कमी न हो,,,
तेरे प्यार के रंग में अपना रंग का कोई मतलब न हो,,,
उस नए विधमान भविष्य का एक अलग ही अतिशयोक्ति हो,,,
की तुम मुझमे या मैं तुझमे हुईं,,,
इसका भी एहसास अब हम दोनों में न हो।.....

काश तुम मेरे साथ ,होती,,
तो ये दिन और ये रात,,,,
भी सिर्फ अपने होते,,,
और हम साथ में होते।.....

Love u .......