Abhishek Maurya

Abhishek Maurya

Sunday, April 26, 2020

Lockdown Equipements !!

किसी ने सही कहा है कि जो पुराने बूढ़े कह गए है उनको भूलना नहीं चाहिए।  एक पुरानी  बात यह भी थी कि घर पे सब आवश्यक सामान हर समय की परिस्थिति के हिसाब से रख लेना चाहिए कि कब भला कौन सी विपत्ति आ जाए।  शायद ये समय वही पुरानी कहावत को याद करने का है।  आज जब COVID-19(Corona Virus Disease of 2019) पूरी दुनिया में फैला हुआ है तब ये समझ में आ रहा है कि ये छोटी से पुरानी  कहावत कैसे रंग लाती है।   मुझे आज भी याद आ रहा है कि मैं अपने कार्यालय के अंर्तगत एक कार्यवाही के दौरान इंदौर में अपने मित्र का मजाक उड़ा रहा था और उस से कह रहा था कि  चीन की बीमारी को तू क्यों पढ़ रहा है वो अपने देश थोड़े न आयेगी।  किन्तु उस वक़्त मैं यह भूल गया कि प्रकति किसी भी देश की सीमा नहीं देखती क्योंकि सीमा तो हमने बनायीं है अपने मतलबों के लिए कि यह मेरा देश है वो तेरा देश है  और उसके दो महीने  के बाद ही यह ज्वलनशील बीमारी हमारे देश में भी आ गयी !

लेकिन मुझे ये कहने में गर्व है कि हमारे आदरणीय प्रधानमंत्री जी ने सही समय पे lockdown घोषित कर दिया।  मैं ज्यादा इस बीमारी के बारे में चर्चा नहीं करना चाहता क्योंकि मेरे से ज्यादा तो इसके बारे में आप सब जानते है।  मेरा तो मुद्दा ये है कि 
हमे किस तरीके से तैयारी करनी चाहिए।  मेरे मित्र मुझसे कह रहे है कि काश ये मेरे पास होता तो lockdown अच्छे से बीत जाता तो मैंने उसी की एक लिस्ट तैयार की है कि आगे समय में हम इसके लिए तैयार रहे। (भगवान् कभी यह परिस्थितियां दोबारा न आये) उनमे से कुछ के बारे में आपसे चर्चा कर रहा हूँ :- 

१-  किताबें :- एक कहावत है कि किताबें सबसे घनिष्ठ  मित्र होती है।  हमे अपने घर में अपनी पसंद अनुसार किताबें रखनी चाहिए और याद रहे अपनी पसंद का मतलब पुरे घर की पसंद।  मैं किसी की पसंद का यहाँ उल्लेख तो नहीं करना चाहता क्योंकि आज के समय में उम्र के हिसाब से किसी की पसंद नहीं रह गयी है। 

२- वाद्य यन्त्र :- हर किसी को अपने  घर में कोई न कोई वाद्य यन्त्र जरूर रखना चाहिए, जैसे कि गिटार, सितार, हारमोनियम, पिआनो, तबला, इत्यादि। आप माने या न माने ये सभी घर में रखने भी चाहिए।  इन सबका आपके शरीर के चक्रो से बहुत मतलब होता है।  इसके बारे में किसी और पोस्ट में चर्चा करूँगा।  

३- karaoke :- इसके बारे में आज के समय में क्या बताना।  मैं तो आजकल सबसे ये अनुरोध  करता हूँ कि सबको गाना गाना चाहिए भले ही आता हो या ना।  गाना गाना भी एक व्यायम और एक योग है इसके बारे में भी कभी और चर्चा करेंगे अभी के लिए इतना ही।

४- gym का सामान :- इसके बारे में क्या बताना सब ही जानते है।

५- खाने के उपकरण और सामग्री :- इसके बारे में चर्चा करना मतलब अनगिनत सामान के बारे में चर्चा करने के बराबर है फिर भी कुछ सामान जिनकी मुझे आवशयकता पड़ी उनमे से जैसे सिरका, milk powder , oven, इत्यादि।  यह सब तो हमारी महिलाएं ज्यादा अच्छे से बता सकती है।

६- घरेलु खेल :- ये सब तो शायद आज के समय में सब भूल चुके है लेकिन लूडो, carrom, ताश, सांप सीढ़ी जैसे खेलों से हमारी गर्मी की छुटियाँ बीती है ज्यादा तर।  परन्तु आज के समय में PubG , mobiles games ने ही सारा समय भर के रखा है।  लेकिन इस lockdown के समय में इन सब खेलो की बड़ी याद आ रही है।  माना कि मोबाइल में सबकी application आ गयी है लेकिन जो बात दफ़्ती के लूडो में थी वो इस मोबाइल की application  में कहाँ।  

आवश्यकता की चीजे तो बहुत है गिनने चलु तो पोस्ट बहुत बड़ा हो जाएगा, इसीलिए यहाँ पे बस इतना ही।  घर पे रहे सुरक्षित रहे।  जान है तो जहाँ है।  जल्द मिलने सभी साथियों से।  




Saturday, April 25, 2020

COVID-19: A Drastic Word for next 100 Years.

Pandemic COVID-19 : The word which never forget by all of the world for the next 100 years. It places the drastic image on every India or I can say that it places the drastic image on every resident of the World. It also does not think take of the boundary of every country which is created by the resident of this world. It proved that the people who belong to this world are the same. They are not different by their religion, nor by the country from whom they belong, nor by the Caste, Creed and Culture. 

I am an Indian but now I am feeling truly that I belong to the whole world. I am not blaming any country for this condition, but I am just feeling the one thing that when we are at the next generation of the technology, then we have nothing to do so far. The deaths are uncertain. It is said in Geeta as :

नैनं छिद्रन्ति शस्त्राणि नैनं दहति पावक: ।
न चैनं क्लेदयन्त्यापो न शोषयति मारुत ॥

 The meaning of this Sloka as," आत्मा को न शस्त्र  काट सकते हैं, न आग उसे जला सकती है। न पानी उसे भिगो सकता है, न हवा उसे सुखा सकती है।" In English it would be understand as, " Neither can the soul cut its weapon, not can fire burn it.Neither water can soak it, not air can dry it."

I could take the above sloka for those person of this world who left from those closed ones who are not in this world. But One thing I just want to tell this world that the closed ones are not far away from us, they are just beside us. Just feel them, just do what they want from you. Maintain Peace at this mean time of the world when everybody resident of this world fighting against the COVID-19. 
ॐ शांति शांति शांति !!!