Abhishek Maurya

Abhishek Maurya

Sunday, January 1, 2012

देखो आज मैंने एक नयी सुबह देखी  है,,
नए सपनो से सजाती एक नयी दुनिया देखि है.,,
बादलों के पीछे हुआ सूरज को ठंडक महसूस करते देखा है,,,
आज कहीं-कहीं धीमी-धीमी बारिश होती देखी है,,
आज कहीं किसी की आँखों में नए नए आरजुएं देखे है,,
आज किसी की आँखों में नए सपने भी देखे हैं,,
आज किसी को किसी के आंसूं भी पोछते देखे हैं,,
आज हसने का मन फिर किया है किसी की मस्ती देख के,,
आज किसी को अपना मजाक उड़ाते फिर से देखा है,,
आज मैंने नए साल की सुबह को फिर से एक बार जीते हुए देखा है,,,




आज २०११ की वो समझोते को फिर से सोचता हूँ,,,
कितना माना  और कितना नहीं माना ये भी आज देखा है,,
किसी के सपने पुरे होते और किसी के सपने टूटते भी देखा है,,
आज किसी दोस्त के आंसूं  को किसी और के हाथों से पोछते भी देखा है,,
आज  किसी को किसी से प्यार करते भी देखा है,,
आज किसी का गम किसी को दिल में छुपाते देखा है,,


आज मैंने नए साल की सुबह को फिर से एक बार जीते हुए देखा है,,,


काश ये साल भी हो हमारे कई सपनो को हकीक़त बनाते देखे,,
किसी के अरमानो को पूरा करते देखे,,
किसी का प्यार सच होते हुए देखे,,
ऐ हवाओं -ऐ फिजाओं,,दे दो आज ताकत मुझे,,
की आज मैं सपनो को सच कर दूं,,
की कुछ लोगों का कहना  है की आखिरी साल है,,
तो बस इसी साल को आखिरी बार जी ले,.
खुशियाँ बात ले,,आज गले लगा ले,,
जिस से प्यार करते है, उसको आज बाहों में ले ले,,


आज फिर से २०१२ नए सपनो और नए मुकामो के साथ जी ले,,
एक बार नए तरीको से नए अवामो से इसको नयी तरह से जी ले...


आज मैंने नए साल की सुबह को फिर से एक बार जीते हुए देखा है,,,
आज मैंने नए साल की सुबह को फिर से एक बार जीते हुए देखा है,,,....

(Dedicated to all my friends who make my life as beautiful as can.....)

No comments:

Post a Comment