Abhishek Maurya

Abhishek Maurya

Saturday, September 25, 2010

Tum hi tum......Sirf tum....

मेरी जिंदगी भी तुम,मेरी हर सांस में तुम,
मेरे इश्क में तुम,मेरी हर कसक में तुम,

मेरी हर दिल कि धधकन में तुम,
मेरी जुस्तुजू भी है तू,
मेरी हर याद में तुम,

मेरी हर फिक्र है तू,
मेरी हर बात में तुम,

मेरी हर तन्हाई के पल में तू,
मेरी रंगमंच में तुम,

जिन्दा रहने वाली सांसों में तू,
मेरी कब्र के हर जर्रे में तुम,

मेरा खुदा भी है तू,
मेरे इश्वर के दर्पण में तुम,

मेरे सबसे करीब है तू,
मेरे दूरियों में भी तुम,

तुम ही तुम और सिर्फ तुम,
जिंदगी के हर पल में तुम,

मेरी नमाज है तू,
मेरे हर इस्तकबाल में तुम,

मेरी आँखों का हर दर्श है तू,
मेरे लफ्जों में सिर्फ तुम,

मेरी मस्जिद का हर सेना है तू,
मेरे मंदिर कि हर मूर्ति में तुम,

मेरी हर ख़ुशी है तू,
मेरे हर गम में तुम,

मेरी हर उलझन का फयम है तू,
मेरी हर सुलझन का नजराने में तुम,

तुम ही तुम...सिर्फ तुम.....
इस जिंदगी के हर पल में तुम......

(to be continued....)


1 comment:

  1. mast hai re kya baat hai abhishek tum to boht bade kalakar nikle<3<3<3

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